सी-सेक्शन के बाद क्या हम गोंड के लड्डू खा सकते हैं? गोंद के लड्डू बनाने की विधि?

सी-सेक्शन के बाद क्या हम गोंड के लड्डू खा सकते हैं? गोंद के लड्डू बनाने की विधि?

सी-सेक्शन के बाद क्या हम गोंड के लड्डू खा सकते हैं? गोंद के लड्डू बनाने की विधि?

सी-सेक्शन के बाद गोंद के लड्डू खाना एक सामान्य प्रश्न है जिसे कई महिलाएं पूछती हैं। गोंद के लड्डू में उच्च पोषक तत्व होते हैं जो नए माताओं को ऊर्जा देने और उनकी सेहत में सुधार करने में मदद करते हैं। आइए विस्तार से जानें कि सी-सेक्शन के बाद गोंद के लड्डू खाने के फायदे क्या हैं, और इन्हें बनाने की विधि।


सी-सेक्शन के बाद गोंद के लड्डू खाने के फायदे:-

1.ऊर्जा प्रदान करना:

सी-सेक्शन के बाद शरीर को ज्यादा ऊर्जा की आवश्यकता होती है। गोंद के लड्डू में मौजूद गोंद (एडीबल गम) और ड्राई फ्रूट्स ऊर्जा का उत्कृष्ट स्रोत हैं।


2.पोषक तत्वों की आपूर्ति:

गोंद के लड्डू में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, और कैल्शियम जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की रिकवरी में मदद करते हैं।


3.हड्डियों की मजबूती:

सी-सेक्शन के बाद हड्डियों को मजबूत बनाए रखना बहुत जरूरी है। गोंद में कैल्शियम और प्रोटीन होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है।


4.दूध उत्पादन में सुधार:

गोंद के लड्डू में मौजूद विशेष घटक दूध उत्पादन में सुधार करते हैं, जिससे स्तनपान कराने वाली मां और बच्चे दोनों को लाभ होता है।


5.पाचन में सुधार:

गोंद के लड्डू में फाइबर की उच्च मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देती है।


सी-सेक्शन के बाद क्या हम गोंड के लड्डू खा सकते हैं? गोंद के लड्डू बनाने की विधि?


**गोंद के लड्डू बनाने की विधि**

सामग्री:-

∆ गोंद (एडीबल गम) - 100 

∆ ग्रामगेहूं का आटा - 200 ग्राम

∆ देशी घी - 200 ग्राम

∆ चीनी या गुड़ - 200 ग्राम

∆ सूखे मेवे (बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट) - 100 ग्राम

∆ नारियल (कद्दूकस किया हुआ) - 50 ग्राम

∆ सौंफ पाउडर - 1 चम्मच

∆ इलायची पाउडर - 1 चम्मच


विधि:-

गोंद को तलना:

सबसे पहले, एक कढ़ाई में थोड़ी मात्रा में घी गरम करें। घी गरम होने के बाद, उसमें गोंद डालें और मध्यम आंच पर तलिए। गोंद फूलकर सफेद और कुरकुरा हो जाएगा। इसे निकालकर ठंडा होने दें और फिर इसे क्रश कर लें।


आटे को भूनना:

उसी कढ़ाई में बचे हुए घी को गरम करें। अब उसमें गेहूं का आटा डालें और धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भूनें। यह सुनिश्चित करें कि आटा अच्छी तरह से भुना हुआ हो और उसकी खुशबू आने लगे।


सूखे मेवों को भूनना:

दूसरी कढ़ाई में सूखे मेवों को हल्का सा भून लें ताकि उनका क्रंच बरकरार रहे। भुने हुए मेवों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।


चाशनी तैयार करना:

एक पैन में चीनी या गुड़ और पानी डालकर चाशनी तैयार करें। चाशनी को तब तक पकाएं जब तक वह गाढ़ी न हो जाए।


सभी सामग्री को मिलाना:

भुना हुआ आटा, तले हुए गोंद, भुने हुए मेवे, नारियल, सौंफ पाउडर और इलायची पाउडर को एक बड़े बर्तन में अच्छी तरह मिलाएं। अब इसमें तैयार चाशनी डालकर सब कुछ अच्छी तरह मिलाएं।


लड्डू बनाना:-

मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें ताकि वह हाथ से छूने लायक हो जाए। अब अपने हाथों को घी से हल्का सा ग्रीस करें और मिश्रण से छोटे-छोटे लड्डू बनाएं।


लड्डू को सेट करना:

तैयार लड्डूओं को एक थाली में रखकर सेट होने दें। जब लड्डू पूरी तरह से ठंडे हो जाएं, तो उन्हें एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।


**उपयोग के निर्देश**

एक दिन में 1-2 गोंद के लड्डू खाना पर्याप्त होता है, खासकर सी-सेक्शन के बाद।

अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है या डॉक्टर ने आपको कुछ विशेष सलाह दी है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

लड्डू को बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी सुरक्षित और पोषक आहार के रूप में दिया जा सकता है।


**अतिरिक्त टिप्स**

अगर आप चीनी की जगह गुड़ का उपयोग करते हैं, तो लड्डू और भी पौष्टिक बन सकते हैं।

आप अपनी पसंद के अनुसार सूखे मेवों की मात्रा को बढ़ा या घटा सकते हैं।

गोंद के लड्डू को लंबे समय तक ताजगी बनाए रखने के लिए उन्हें ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें।

**निष्कर्ष**

सी-सेक्शन के बाद गोंद के लड्डू खाना न केवल सुरक्षित है बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी भी है। यह लड्डू ऊर्जा, पोषक तत्व और स्वाद का एक बेहतरीन स्रोत हैं, जो आपकी रिकवरी में मदद करते हैं और आपको स्वस्थ बनाए रखते हैं। ऊपर दी गई विधि के अनुसार आप आसानी से घर पर गोंद के लड्डू बना सकती हैं और उनके स्वास्थ्य लाभ का आनंद ले सकती हैं।


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Kajal Kumari

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